भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कभी भी शांतिपूर्ण नहीं रहे। आज़ादी के बाद से ही पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने आतंकवाद और छल के ज़रिए भारत को अस्थिर करने की कोशिश की, लेकिन हर बार हमारे वीर जवानों ने उसे धूल चटाई है।
आइए जानते हैं उन ऐतिहासिक मौकों को जब भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया:
1947: कबायलियों के भेष में पाकिस्तान की पहली कायरता
भारत के हिस्से बने जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान ने अक्टूबर 1947 में कबायलियों को भेजकर हमला करवाया। जवाब में भारत ने फौज भेजकर न केवल घाटी की रक्षा की, बल्कि पाकिस्तान की इस नापाक साजिश को उजागर किया। संघर्ष 1949 तक चला, लेकिन पाकिस्तान को उसके मंसूबों में मुंह की खानी पड़ी।
1965: ऑपरेशन जिब्राल्टर की नाकामी
पाक सेना ने 1965 में ऑपरेशन जिब्राल्टर के तहत नियंत्रण रेखा पार करके भारत में घुसपैठ करवाई। हजारों पाक सैनिक 'स्थानीय विद्रोही' बनकर कश्मीर में घुसे, लेकिन भारतीय सेना ने उन्हें ढूंढ-ढूंढकर मारा और उनकी चाल को नाकाम कर दिया। युद्ध के बाद पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर भी शर्मिंदगी उठानी पड़ी।
1971: पाकिस्तान टूटा, बांग्लादेश बना
पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में पाकिस्तानी सेना द्वारा किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ भारत ने निर्णायक युद्ध छेड़ दिया। नतीजा – 16 दिसंबर 1971 को पाक सेना ने आत्मसमर्पण किया और एक नया राष्ट्र 'बांग्लादेश' अस्तित्व में आया। यह भारत की सबसे बड़ी सैन्य विजयों में से एक मानी जाती है।
1999: कारगिल की पहाड़ियों पर दुश्मन का सफाया
पाकिस्तान ने एक बार फिर से पीठ में छुरा घोंपते हुए कारगिल की ऊँचाइयों पर कब्जा कर लिया। भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन विजय' के तहत इन सभी बिंदुओं को फिर से अपने कब्जे में लिया। तीन महीने चले इस संघर्ष में भारत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी बेनकाब किया।
2016: उरी पर हमला और सर्जिकल स्ट्राइक
18 सितंबर 2016 को पाकिस्तान से भेजे गए आतंकियों ने उरी में भारतीय सेना पर हमला किया, जिसमें 19 जवान शहीद हुए। इसका जवाब आया 29 सितंबर को – भारतीय सेना ने LOC पार कर आतंकियों के अड्डों को तबाह कर डाला। यह पहली बार था जब भारत ने खुलेआम सर्जिकल स्ट्राइक की पुष्टि की।
2019: पुलवामा के बदले बालाकोट में तबाही
14 फरवरी को CRPF के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हुए। सिर्फ 12 दिन बाद, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर हवाई हमला कर सैकड़ों आतंकियों को खत्म कर दिया। यह एयर स्ट्राइक भारत के रणनीतिक साहस का प्रतीक बनी।
2025: ऑपरेशन सिंदूर- आतंक की जड़ पर आखिरी वार
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर मानवता को शर्मसार किया। इसके जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया। भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद जैश, लश्कर और अन्य आतंकी ठिकानों को मिसाइलों से उड़ा दिया। इस ऐतिहासिक जवाबी हमले में कई आतंकवादी सरगना मारे गए।