सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे

Donation

हिंद महासागर में भारत की समुद्री दहाड़, 9 देशों के साथ ‘IOS सागर’ मिशन पूरा कर लौटा INS सूनयना, दुश्मनों को दिखाया समुद्री शक्ति का असली चेहरा

INS सूनयना मिशन 'IOS सागर' से लौटा कोच्चि, दुश्मनों को दिखाया समुद्री शक्ति का असली चेहरा

Ravi Rohan
  • May 8 2025 6:16PM

भारतीय नौसेना का जलपोत INS सूनयना बुधवार को एक महीने की अंतरराष्ट्रीय समुद्री तैनाती पूरी कर कोच्चि लौट आया। ‘IOS सागर मिशन’ के तहत हुए इस अभियान ने न सिर्फ भारत की समुद्री रणनीति को नई दिशा दी बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) के नौ मित्र देशों के साथ सहयोग और समन्वय का नया अध्याय भी रच दिया।

‘IOS सागर’ मिशन भारत सरकार की MAHASAGAR नीति — Mutual and Holistic Advancement for Security Across the Region — के तहत क्षेत्रीय सुरक्षा और समुद्री सहयोग को मज़बूत करने की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित हुआ। इस अभियान ने यह साबित कर दिया कि भारतीय नौसेना अब सिर्फ अपनी सीमाओं तक सीमित नहीं, बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र की साझा सुरक्षा में अग्रणी भूमिका निभा रही है।

9 देशों के नौसैनिकों की टीम ने चलाया भारतीय पोत

इस अनूठे मिशन में भारत समेत 9 IOR देशों — कोमोरोस, केन्या, मेडागास्कर, मालदीव, मॉरीशस, मोज़ाम्बिक, सेशेल्स, श्रीलंका और तंजानिया — के कुल 44 विदेशी नौसैनिक भारतीय दल के साथ मिलकर INS सूनयना को संचालित कर रहे थे। यह ‘One Ocean, One Mission’ की भावना का जीवंत उदाहरण रहा।

रक्षा मंत्री ने किया था रवाना

इस ऐतिहासिक मिशन की शुरुआत 5 अप्रैल 2025 को रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह द्वारा कर्नाटक के कारवार नौसैनिक अड्डे से की गई थी। इसके बाद सूनयना ने दार-एस-सलाम, नाकाला, पोर्ट लुइस, पोर्ट विक्टोरिया और माले जैसे अहम बंदरगाहों पर यात्रा की। मिशन में संयुक्त समुद्री अभ्यास, EEZ निगरानी, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और प्रशिक्षण सत्र शामिल रहे।

तंज़ानिया से लेकर मालदीव तक समुद्री सहभागिता

‘AIKEYME 2025’ नामक भारत-तंज़ानिया संयुक्त अभ्यास में INS सूनयना ने INS चेन्नई और INS केसरी के साथ हिस्सा लिया। मोज़ाम्बिक में समुद्री ऑपरेशनल साझा अभ्यास और समुदाय से जुड़ी गतिविधियों ने दोनों देशों के बीच विश्वास और क्षमता निर्माण को बल दिया। मॉरीशस में कोस्ट गार्ड और पुलिस बल के साथ समन्वय और सेशेल्स में रक्षा बलों से संवाद इस मिशन की प्रमुख उपलब्धियाँ रहीं। वहीं, मालदीव में INS सूनयना की उपस्थिति ने भारत की रणनीतिक पहुंच को और सशक्त किया।

कोच्चि में हुआ भव्य स्वागत

दक्षिणी नौसैनिक कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल वी. श्रीनिवास ने कोच्चि स्थित नौसेना अड्डे पर पूरे दल का भव्य स्वागत किया और मिशन की सफलता पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह अभियान न केवल सामरिक दृष्टिकोण से बल्कि मैत्रीपूर्ण समुद्री संबंधों और साझेदारी के लिहाज से भी मील का पत्थर है।

‘फर्स्ट रिस्पॉन्डर’ और ‘प्रेफर्ड सिक्योरिटी पार्टनर’ बना भारत

‘IOS सागर’ मिशन भारत के उस संकल्प का प्रमाण है, जिसके तहत वह हिंद महासागर क्षेत्र में संकट के समय ‘First Responder’ और ‘Preferred Security Partner’ बनकर उभरा है। यह अभियान MAHASAGAR विज़न को ज़मीनी हकीकत में बदलने का एक ठोस प्रयास है।


0 Comments

ताजा समाचार