विश्व बैंक के प्रमुख अजय बंगा ने उत्तर प्रदेश के विकास मॉडल की जमकर प्रशंसा की। लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट के बाद उन्होंने राज्य की प्रगति को "अभूतपूर्व" बताया और कहा कि यदि भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है, तो उत्तर प्रदेश को तेज़ी से आगे बढ़ाना होगा।
लखनऊ में गर्मजोशी से हुए स्वागत पर बंगा ने भावुक होकर कहा, "उत्तर प्रदेश मेरा ससुराल है, और यहां आकर घर लौटने जैसा अनुभव हुआ।" उन्होंने राज्य में बदली हुई तस्वीर को 12 साल पहले के मुकाबले कहीं ज़्यादा प्रेरणादायक बताया।
बंगा ने कहा कि प्रदेश में बेहतर सड़कों, कानून-व्यवस्था और औद्योगिक माहौल ने इसे निवेश के लिए सबसे उपयुक्त राज्यों में ला खड़ा किया है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व क्षमता और दृष्टिकोण की भी खुलकर तारीफ की।
विश्व बैंक अध्यक्ष ने छोटे किसानों को "यूपी की असली ताकत" बताते हुए कहा कि तकनीक और नवाचार से वे समृद्ध हो सकते हैं। साथ ही उन्होंने प्रदेश में पर्यटन और ईको-टूरिज्म की असीम संभावनाओं का ज़िक्र किया। स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र की प्रगति, विशेषकर ‘रेडीमेड मील फॉर मदर’ योजना को उन्होंने एक प्रभावी पहल बताया।
छोटे और मध्यम उद्योगों को प्रदेश की आर्थिक रीढ़ मानते हुए बंगा ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के ज़रिए युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। उन्होंने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ सुधारों के लिए योगी सरकार की तारीफ की, जिससे निवेश को बढ़ावा मिला है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अजय बंगा और विश्व बैंक टीम का स्वागत करते हुए बताया कि यूपी ‘वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी’ की दिशा में तेज़ी से अग्रसर है। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक का समर्थन इस यात्रा में बेहद महत्वपूर्ण है।
बांगा के इस दौरे ने न केवल यूपी की अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में बढ़ती विश्वसनीयता को दर्शाया, बल्कि यह भी साबित किया कि राज्य अब वैश्विक विकास में भागीदार बनने के लिए तैयार है।