भारत-पाकिस्तान के बीच जारी टकराव अब सिर्फ सीमा पर नहीं, आसमान में भी तेज़ी से लड़ा जा रहा है। 7-8 मई को पाकिस्तान की ओर से हुए मिसाइल और ड्रोन हमलों को भारत ने न सिर्फ नाकाम किया बल्कि जवाब में दुश्मन के होश उड़ा दिए। भारत के पास रूस से मिला अजेय S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम और इजरायल से आए हारोप आत्मघाती ड्रोन जैसे हथियार अब पाकिस्तान के लिए काल साबित हो रहे हैं।
चीन के बनाए लड़ाकू विमान JF-17 और अमेरिका से मिले एफ-16 भारत के एयर डिफेंस के सामने टिक नहीं सके। भारतीय वायुसेना ने इन दुश्मन विमानों को हवा में ही ढेर कर दिया। भारत के स्वदेशी हथियारों के साथ रूस और इजरायल की तकनीक ने पाकिस्तान को चारों खाने चित कर दिया।
S-400 बना आसमानी रक्षा का अभेद्य कवच
रूस से खरीदे गए एस-400 डिफेंस सिस्टम ने जम्मू, पठानकोट, ऊधमपुर से लेकर जैसलमेर तक भारतीय एयरबेसों को दुश्मन के हमलों से बचाया। मिसाइलें और ड्रोन भारत की सीमा में दाखिल होते ही ढेर कर दिए गए। जवाबी कार्रवाई में इजरायल का हारोप ड्रोन पाकिस्तान के कई शहरों – लाहौर, कराची, क्वेटा, रावलपिंडी और इस्लामाबाद- में तबाही बनकर टूटा।
फेल हुए PAK और चीनी हथियार, बेबस दिखा इस्लामाबाद
भारत की सटीक जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के दो एफ-16 और दो जेएफ-17 विमान जमींदोज कर दिए गए। तुर्किये से मंगवाए गए ड्रोन भी किसी काम नहीं आए। चीन के पीएल-15 मिसाइल और जेसी-10 जैसे हथियार सिर्फ दिखावे के साबित हुए। भारत की आकाश मिसाइल, हॉवित्जर तोपें और राफेल के क्रूज हमलों ने पाकिस्तानी चौकियों को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया।
दुनिया देख रही है भारत की सैन्य ताकत
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के हथियारों की क्षमता और युद्ध नीति पर चर्चा तेज़ हो गई है। दुनिया की बड़ी-बड़ी हथियार कंपनियां अब इस युद्ध के जरिए भारत की सैन्य शक्ति का परीक्षण कर रही हैं। वहीं चीन और पाकिस्तान की तकनीक अब सवालों के घेरे में है।