भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की आग कुछ देर के लिए शांत होती दिख रही है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शनिवार को एक अहम प्रेस वार्ता में ऐलान किया कि दोनों पड़ोसी देश युद्धविराम के लिए सहमत हो गए हैं। उन्होंने बताया कि शाम 5 बजे से दोनों ओर से सभी सैन्य कार्रवाइयों पर विराम लगेगा। इसके अलावा, 12 मई को दोपहर 12 बजे दोनों देशों के डीजीएमओ (DGMO) के बीच सीधी बातचीत निर्धारित की गई है।
इस फैसले से पहले, दोनों देशों के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हो चुके थे। सुबह 10:30 बजे रक्षा और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर ताजा हालात पर जानकारी दी। सेना की प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और गुजरात के कई सैन्य ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया था, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया।
ट्रंप का दावा: अमेरिका की मध्यस्थता से बनी सहमति
इस घटनाक्रम से कुछ घंटे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान युद्धविराम के लिए तैयार हो गए हैं। ट्रंप ने इसे "शांति की दिशा में अहम कदम" बताया और दोनों देशों की सराहना की।
भारत की चेतावनी: अगला हमला युद्ध माना जाएगा
भारत सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अब यदि भविष्य में कोई आतंकी घटना होती है, तो उसे सीधा युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अब भारत बिना देर किए जवाबी सैन्य कार्रवाई करने की नीति पर काम करेगा।
सीमा पर कार्रवाई और अमेरिका की अपील
भारत के DGMO को पाकिस्तान के सैन्य संचालन प्रमुख ने दोपहर के समय कॉल कर यह प्रस्ताव दिया कि दोनों ओर से सैन्य कार्रवाई रोकी जाए। इससे कुछ देर पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ हाई लेवल बैठक की थी। उधर, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से फोन पर बात कर तनाव कम करने की अपील की थी। रुबियो ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर से भी इस विषय पर चर्चा की।
भारतीय जवाबी हमले से पाकिस्तानी ठिकाने तबाह
सीमा पर पाकिस्तान की उकसाने वाली कार्रवाइयों का भारत ने भी जबरदस्त जवाब दिया है। बीएसएफ ने सियालकोट के लूनी इलाके में आतंकियों के लॉन्च पैड को नष्ट कर दिया, साथ ही एक पाकिस्तानी सैन्य शिविर को भी तबाह कर दिया गया है।
पिछली रात पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और रॉकेट्स से भारत के कई क्षेत्रों पर हमले किए गए। सिरसा के पास फतह मिसाइल को भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही खत्म कर दिया। भारत की ओर से भी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई एयरबेसों को निशाना बनाया गया। हालांकि कुछ धमाके रिहायशी इलाकों में भी सुने गए।
पूरा घटनाक्रम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से शुरू हुआ, जिसमें 28 मासूमों की जान चली गई थी। इस हमले के जवाब में भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" नामक जवाबी मिशन चलाया और कई आतंकी अड्डों को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने सीमा पर गोलीबारी तेज कर दी थी, जिसका असर अब जाकर सीमित होता नजर आ रहा है।